7. बौद्ध धर्म
बुद्ध का जीवन वृत्त
• गौतम बुद्ध का जन्म-स्थान कहां है?
-लुम्बिनी
• गौतम बुद्ध का जन्म हुआ
- 563 ई.पू.
• बुद्ध के जीवन की किस घटना को महाभिनिष्क्रमण के रूप में जाना जाता है
-उनका गृहत्याग
• ‘बुद्ध’ का क्या अर्थ होता है?
-प्रज्ञावान
• किसे ‘एशिया के ज्योति पुंज’ के तौर पर जाना जाता है
-गौतम बुद्ध को
• बुद्ध ने अपना प्रथम धर्म-सन्देश कहां पर दिया था?
-सारनाथ में
• बुद्ध ने किस स्थान पर महापरिनिर्वाण (प्राण त्याग) प्राप्त किया था
-कुशीनगर में
• महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण जिसके गणतंत्र (राज्य) में हुआ
- मल्ल
• बुद्ध ने अपने जीवन की अंतिम वर्षा ऋतु कहां बिताई थी
-वैशाली में
• किन राज्यों का संबंध बुद्ध के जीवन से था
-कोसल और मगध
• गौतम बुद्ध का समकालीन मगध का शासक कौन था?
-बिंबिसार
• मगध के उत्थान के लिए कौन-सा प्रथम शासक उत्तरदायी था?
-बिंबिसार
• गौतम बुद्ध को प्रबोध कहाँ प्राप्त हुआ था?
-बोध गया में
• कौन-सा बौद्ध पवित्र स्थल निरंजना नदी पर स्थित था
-बोधगया
• बौद्धों के विश्वास के अनुसार गौतम बुद्ध का अगला अवतार किसे माना जाता है?
-मैत्रेय
• बौद्ध धर्म में ‘बैल’ का संबंध बुद्ध के जीवन की किस घटना के साथ है
-जन्म से
• बुद्ध किस वंश (ब्संद) से सम्बन्धित थे
- शाक्य
• जिस राजवंश के अभिलेख से इस परंपरा का समर्थन होता है कि लुंबिनी शक्यमुनि का जन्मस्थान था
- मौर्य (अशोक)
• अशोक का कौन-सा अभिलेख इस परंपरा की पुष्टि करता है कि गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी में हुआ था
-रुमिनदेई स्तंभ अभिलेख
• महात्मा बुद्ध ने अपना पहला ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ (प्रथम उपदेश/ धर्मोपदेश/ प्रवचन) दिया
- सारनाथ/ मृगदाव/ ऋषिपत्तन
• सारनाथ में अपना प्रथम प्रवचन किसने दिया
- महात्मा बुद्ध ने
• ग्रंथों में उल्लिखित ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ है
- सारनाथ में दिया गया बुद्ध का प्रथम उपदेश
• बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश दिए थे
-श्रावस्ती में
• बुद्ध कौशांबी आए
- उदयन के राज्यकाल में
• गौतम बुद्ध की मां संबंधित थी
- कोलिय वंश से
• आलार कलाम थे
- बुद्ध के एक गुरू
• उत्तर प्रदेश में बौद्ध एवं जैनियों दोनों की प्रसिद्ध तीर्थस्थली है
- कौशांबी
• सुमेलित है
सारनाथ
-बुद्ध का प्रथम धर्मोपदेश
नालंदा
-बौद्ध अधिगम का महान पीठ
• भारतीय कला में बुद्ध के जीवन से जुड़ी जिस घटना का चित्रण ‘मृग सहित चक्र’ द्वारा हुआ
- प्रथम उपदेश
• महात्मा बुद्ध के संबंध में सही है
- उनका जन्म कपिलवस्तु में हुआ था
- उन्होंने बोधगया में ज्ञान प्राप्त किया था
- उन्होंने वैदिक धर्म को अस्वीकार किया था
- उन्होंने आर्य सत्य का प्रचार किया था
• बुद्ध के जीवनकाल में ही संघ प्रमुख होना चाहता था
- देवदत्त
• गौतम बुद्ध ने अपनी मृत्यु के बाद बौद्ध संघ का नेतृत्व सौंपा
- अपने द्वारा दिए गए धर्म एवं विनय के उपदेशों को
• कुशीनगर राजधानी थी
-मल्ल गणराज्य की
• ज्ञान की खोज में बुद्ध की यात्र का क्रम क्या था
-वैशाली-राजगृह-उरूवेला (बोधगया)-ऋषिपत्तन
• बुद्ध ने अपना अन्तिम उपदेश किसे दिया था
-सुभग/सुभद्द
• बुद्ध ने अपना प्रथम शूद्र अनुयायी किसे बनाया था
-तपस्सु और कल्लिक
• कौन सा बौद्ध पवित्र स्थल निरंजना नदी पर स्थित है
-बोधगया
बुद्ध के जीवन की घटनाएं | स्थान |
जन्म | लुंबिनी |
प्रथम प्रवचन | सारनाथ |
ज्ञानप्राप्ति | बोधगया |
निधन | कुशीनगर |
बुद्ध-घटना | चिह्न |
जन्म | कमल |
महाबोधि | बोधिवृक्ष |
प्रथम प्रवचन | धर्मचक्रप्रवर्तन |
त्याग | घोड़ा |
बौद्ध प्रदाय
• बौद्ध धर्म ने समाज के दो वर्गों को अपने साथ जोड़कर एक महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ा ये वर्ग थे
-स्त्रियां एवं शूद्र
• बौद्ध संघ में भिक्षुणी के रूप में स्त्रियों के प्रवेश की अनुमति बुद्ध द्वारा दी गई
- वैशाली में
• बौद्ध धर्म के विषय में कौन सा कथन सही है
• उसने वर्ग एवं जाति को अस्वीकार नहीं किया
• उसने ब्राह्मण वर्ग की सर्वोच्च सामाजिक कोटि को चुनौती दी
• उसने कुछ एक शिल्पों को निम्न माना
• बौद्ध धर्म के विस्तार के कारणों में सम्मिलित थे
• धर्म की सादगी
• दलितों के लिए विशेष अपील
• धर्म की मिशनरी भावना
• स्थानीय भाषा का प्रयोग
• आरंभिक मध्ययुगीन समय में बौद्ध धर्म का पतन हुआ क्योंकि
-उस समय तक बुद्ध विष्णु के अवतार समझे जाने लगे और वैष्णव धर्म का हिस्सा बन गए।
• बौद्ध संघ में नए सदस्यों के प्रवेश के समय कौन सा संस्कार किया जाता था
-प्रवज्या बौद्ध दर्शन
• मानव के दुःखों के अंत के लिए ‘अष्टांगिक मार्ग’ पथ का प्रतिपादन किसने किया?
-गौतम बुद्ध
• बुद्ध के उपदेश संबंधित हैं
- आचरण की शुद्धता एवं पवित्रता से
• अष्टांग मार्ग की संकल्पना अंग है
- धर्मचक्रप्रवर्तन, सुत्त के विषय वस्तु का
• बौद्धमत में निर्वाण की अवधारणा की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या करता है
-तृष्णारूपी अग्नि का शमन
• गौतम बुद्ध के बारे में सत्य है -
- वे कर्म में विश्वास करते थे
- आत्मा का शरीर में परिवर्तन मानते थे
- निर्वाण प्राप्ति में विश्वास करते थे
- ईश्वर की सत्ता में विश्वास नहीं करते थे
• बौद्ध धर्म और जैन धर्म दोनों में समान रूप से विद्यमान थे
- वेद प्रामाण्य के प्रति अनास्था
- कर्मकांडों की फलवत्ता का निषेध
- प्राणियों की हिंसा का निषेध (अहिंसा)
- तप और भोग की अति का परिहार (अर्थात् मध्यम् मार्ग सिर्फ बौद्ध धर्म में है)
• भगवान बुद्ध द्वारा प्रतिपादित चार आर्य सत्यों का क्रम है
- दुख है
- दुख का कारण है
- दुख का निरोध है
- दुख निरोध का मार्ग है
• बौद्ध तथा जैन धर्म में समान नहीं है
- आत्म दमन
• बौद्ध तथा जैन दोनों ही धर्म विश्वास करते हैं कि
- कर्म तथा पुनर्जन्म के सिद्धांत सही हैं।
• बौद्ध धर्म के अनुसार
- पुनर्जन्म होता है और आत्मा की सत्ता नहीं है।
• ‘संसार अस्थिर और क्षणिक है’ का संबंध है
- बौद्ध धर्म से
• बुद्ध के विरोधी में कौन अणुवाद सिद्धांत का प्रतिपादक था
-पकुध कच्छायन
• प्राचीन भारतीय इतिहास के संदर्भ में, कौन सा बौद्ध धर्म और जैन धर्म दोनों में समान रूप से विद्यमान था
- वेद-प्रामाण्य के प्रति अनास्था
- कर्मकांडों की फलवत्ता का निषेध
बौद्ध संप्रदाय
• शून्यता के सिद्धांत का सर्वप्रथम प्रतिपादन करने वाले बौद्ध दार्शनिक का नाम है
- नागार्जुन
• नागार्जुन जिस बौद्ध संप्रदाय के थे
- माध्यमिक
• प्रथम शताब्दी ईस्वी में जिस बौद्ध भिक्षु को चीन भेजा गया
-नागार्जुन
• महायान बौद्ध धर्म में बोधिसत्व अवलोकितेश्वर को जाना जाता है
- पद्मपाणि
• करमापा लामा तिब्बत के बुद्ध संप्रदाय के जिस वर्ग का है
- कंग्यूपा
• बौद्ध धर्म के महायान और हीनयान संप्रदायों में सर्वाधिक मौलिक अंतर है
- देवी-देवताओं की पूजा
• सुल्तानी युग में बौद्धों की कौन
-सी शाखा सबसे प्रभावशाली थी
-वज्रयान
बौद्ध संगीति
• बौद्ध संगीतियों का सही कालक्रम
-राजगृह-वैशाली-पाटलिपुत्र-कुंडलवन
• पहली बौद्ध परिषद् कहां पर हुई थी?
-राजगृह (राजगीर) में
• सप्तपर्णी गुफा स्थित है
-राजगृह में
• नगर जहां प्रथम बौद्ध सभा आयोजित की गई
- राजगृह
• प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था
-अजातशत्रु के शासनकाल में
• बुद्ध की मृत्यु के बाद प्रथम बौद्ध संगीति की अध्यक्षता की
- महाकस्सप ने
• द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कहां हुआ था
-वैशाली में
• शासक जिसने द्वितीय बौद्ध सभा का आयोजन किया
- कालाशोक
• तृतीय बौद्ध सभा किस स्थान पर बुलाई गई थी
-पाटलिपुत्र
• चौथी बौद्ध परिषद् कहाँ आयोजित हुई थी?
-कुंडलवन (कश्मीर) में
• शासक जिसके काल में चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन कश्मीर में हुआ
- कनिष्क
• कश्मीर में कनिष्क के शासनकाल में हुई बौद्ध संगीति की अध्यक्षता की
- वसुमित्र ने
• बौद्ध धर्म की महायान शाखा औपचारिक रूप से प्रकट हुई
- कनिष्क के शासनकाल में
• गौतम बुद्ध को एक देवता का स्थान जिस राजा के युग में मिला
- कनिष्क
• पाँचवीं बौद्ध परिषद् का आयोजन किसने किया था
-हर्ष
• दक्षिण भारत के इक्ष्वाकु शासक बौद्धमत के विरोधी नहीं थे।
• पूर्वी भारत के पाल शासक बौद्धमत के समर्थक थे।
बौद्ध शिक्षा केंद्र
• नालंदा विश्वविद्यालय विद्या का एक महान केन्द्र था। यह किस धर्म से संबंधित है?
-बौद्ध धर्म से
• नालन्दा विश्वविद्यालय को नष्ट करने वाला मुस्लिम साहसिक कौन था
-मुहम्मद बिन बख्तियार
• बौद्ध शिक्षा का केंद्र है
- विक्रमशिला
• नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का युग है
- गुप्त
• नालंदा विश्वविद्यालय के संस्थापक कौन थे
-कुमारगुप्त
• नालंदा विश्वविद्यालय किसलिए विश्वप्रसिद्ध था
-बौद्ध धर्म दर्शन
• नव नालंदा महाविहार विख्यात् है
-पाली अनुसंधान संस्थान के लिए
• वलभी विश्वविद्यालय स्थित था
-गुजरात में
• बारहवीं शताब्दी के अंत तक नालंदा महाविहार का पतन हो गया।
महाविहार को राजकीय प्रश्रय मिलना बंद हो गया था।
-दोनों कथन सही है, पर दूसरा कथन पहले कथन का कारण नहीं है
बौद्ध साहित्य
• किस भाषा का ज्यादा प्रयोग ‘बौद्धवाद’ के प्रचार के लिए किया गया?
-पालि
• आरंभिक बौद्ध साहित्य किस भाषा में रचे गए
-पालि
• बौद्धों का पवित्र ग्रंथ कौन-सा है?
-त्रिपिटक
• बैद्ध ग्रन्थों ‘पिटकों’ की रचना किस भाषा में की गई थी
-प्राकृत/पाली
• ‘त्रिपिटक’ किसका धार्मिक ग्रंथ है
-बौद्धों का
• त्रिपिटक हैं
- बुद्ध के उपदेशों का संग्रह (पालि में)
• ‘त्रिपिटक’ ग्रंथ किस धर्म से संबंधित है
-बौद्ध धर्म
• किस बौद्ध ग्रंथ में संघ जीवन के नियम प्राप्त होते हैं
-विनय पिटक
• किस बौद्ध साहित्य में महात्मा बुद्ध के ‘नैतिक एवं सिद्धांत’ संबंधित प्रवचन संकलित हैं
-विनय पिटक
• बौद्ध ग्रंथ ‘मिलिन्दपन्हो’ किस हिन्द-यवन शासक पर प्रकाश डालता है?
-मिनेन्डर
• त्रिपिटक संबंधित हैं
-बौद्ध धर्म से
• प्राचीन भारत की लिपि जो दायीं से बायीं ओर लिखी जाती थी
- खरोष्ठी
• सर एडविन एर्नाल्ड की पुस्तक ‘द लाइट ऑफ द एशिया’ आधारित है
-ललित विस्तर पर
बौद्ध स्थापत्य
• सांची क्यों विख्यात है?
-सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप के लिए
• साँची का महान स्तूप कहाँ है
-मध्य प्रदेश में
• बौद्ध भिक्षुओं और उनके शिष्यों के प्रार्थना अथवा सभा गृह क्या कहलाते हैं
-विहार
• ‘चैत्य मंडप’ किस धर्म से संबंधित है?
-बौद्ध धर्म से
• अजन्ता चित्रकारी का विषय-वस्तु किसके सम्बन्धित है
-बौद्ध धर्म से
• अजन्ता की चित्रकारी में क्या निरूपति किया गया है
-जातक कथाएं
• अजंता की चित्रकारी किससे प्रेरित है
-दयालु बुद्ध
• भगवान बुद्ध के जीवन पर 55 पैनलों की भित्ति वाली एक प्राचीन गुफा की खोज कहाँ की गई थी
-मुस्तंग (नेपाल) में
• भारत में पहले जिस मानव प्रतिमा को पूजा गया
- बुद्ध की
• देश में किसने मूर्ति पूजा की नींव रखी थी
-बौद्ध धर्म ने
• गांधार शैली की मूर्तिकला में बुद्ध के सारनाथ में हुए प्रथम धर्मोपदेश से संबद्ध प्रवचन मुद्रा का नाम है
-धर्मचक्र
• बुद्ध की खड़ी प्रतिमा किस काल में बनाई गई
-कुषाण काल में
• भगवान बुद्ध की प्रतिमा कभी-कभी एक हस्त मुद्रा युक्त दिखाई गई है, जिसे ‘भूमिस्पर्श मुद्रा’ कहा जाता है। यह किसका प्रतीक है
-मार के प्रलोभनों के बावजूद अपनी शुचिता और शुद्धता का साक्षी होने के लिए बुद्ध का धरती का आह्वान
• भूमिस्पर्श की सारनाथ बुद्ध मूर्ति संबंधित है
-गुप्तकाल से
• बोधगया में महाबोधि मंदिर वहां बनवाया गया, जहां
- गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ
• प्राचीन भारत के बौद्ध मठों में पवरन नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो
- वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किए गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था
• अशोकाराम विहार किस स्थान पर स्थित था
-पाटलिपुत्र
• बुद्ध की 80 फुट बड़ी प्रतिमा जो बोधगया में है, निर्मित की गयी थी
-जापानियों द्वारा
• विश्व का सबसे ऊंचा कहा जाने वाला विश्व शांति स्तूप बिहार में है
-राजगीर में
• वह स्तूप-स्थल, जिसका संबंध भगवान बुद्ध के जीवन की किसी घटना से नहीं रहा, वह है
- सांची स्तूप
• स्तूपों का सही कालानुक्रम है
-भरहुत-सांची-अमरावती-धमेख
• अशोक का सिंह स्तंभ शीर्ष
- सारनाथ में
• चैत्य तथा विहार में क्या अंतर है
-चैत्य पूजा स्थल होता है जबकि विहार निवास स्थान है।
• भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ अरुणाचल प्रदेश में है।
• हीनयान अवस्था का विशालतम एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्यगृह स्थित है
-कार्ले में