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15. साहित्य एवं साहित्यकार

• इतिहास के पिता की पदवी सही अर्थों में किससे संबंधित है 

-हेरोडोटस 

• ‘जेन्दा अवेस्ता ’ किसकी पवित्र पुस्तक है? 

-पारसी  

• ‘इंडिका’ का लेखक कौन था? 

-मेगस्थनीज 

• ‘मेघदूतम्’ कैसी रचना है? 

-शास्त्रीय संस्कृत साहित्य 

• व्याकरण ग्रन्थ ‘अष्टाध्यायी’ के रचनाकार कौन थे? 

-पाणिनी 

• ‘उत्तर रामचरित्’ किसने लिखा? 

-भवभूति  

• ‘मृच्छकटिकम्’ के रचनाकार कौन हैं? 

-शूद्रक 

• ‘नाट्यशास्त्र’ प्रबन्ध की रचना किसके द्वारा की गई थी? 

-भरत 

• प्रसिद्ध काव्य ‘‘गीत-गोविंद’’ के रचयिता कौन हैं  

-जयदेव 

• ‘ऋतुसंहार’ के लेखक कौन हैं  

-कालिदास 

• एक महान रोमानी नाटक ‘कादम्बरी’ का लेखक कौन था 

-बाणभट्ट 

• मुद्राराक्षस एवं देवीचंद्रगुप्तम् का लेखक था 

- विशाखदत्त  

• गुप्तकाल में लिखी गई पुस्तक 

-अमरकोश, कामसूत्र, मेघदूत, मुद्राराक्षस 

• दशकुमारचरितम् (नाटक) के रचनाकार थे 

- दंडिन 

• ‘कुमारसंभव’ महाकाव्य किस कवि ने लिखा 

-कालिदास 

• वराहमिहिर की पंचसिद्धांतिका आधारित है 

-यूनानी ज्योतिर्विद्या पर 

• मिलिंदपण्हो 

-पाली ग्रंथ है 

• बौद्ध ग्रंथ मिलिंदपण्हो किस हिन्द-यवन शासक पर प्रकाश डालता है 

-मिनेंडर 

• ‘मिलिंदपण्हो’ राजा मिलिंद (मिनेंडर) तथा एक बौद्ध भिक्षु के मध्य संवाद रूप में है, वह भिक्षु थे 

-नागसेन 

• वह स्रोत प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है  

- मिलिंदपण्हो 

• सौंदरानंद किसकी रचना है  

-अश्वघोष 

• विश्वकोषीय ग्रंथ है 

-वृहत्संहिता 

लेखक पुस्तक 

• पाणिनी - अष्टाध्यायी 

• वात्स्यायन  - कामसूत्र 

• कल्हण  - राजतरंगिणी 

• चाणक्य  - अर्थशास्त्र 

• भारवि  - किरातार्जुनीयम् 

• हर्ष  - नागानन्द, प्रियदर्शिका, रत्नावली 

• कालिदास  - मालविकाग्निमित्रम (नायिका/नायक - मालविका/अग्निमित्र (शुंग राजा)), विक्रमोवर्शीयम्, अभिज्ञानशाकुंतलम्, मेघदूत, ऋतुसंहार, रघुवंश, कुमारसंभव  

• राजशेखर - कर्पूरमंजरी 

• ब्रह्मगुप्त (गणितज्ञ) - ब्रह्मस्फुट सिद्धांत 

• वराहमिहिर (खगोलशास्त्री) - वृहद्ज्जातक, पंचसिद्धांतिका, वृहत्संहिता (विश्वकोषीय ग्रंथ है) 

• चरक (चिकित्सक, आयुर्वेदाचार्य) - चरक संहिता 

• भास (नाटककार) - स्वप्नवासवदत्तम् 

• अश्वघोष - बुद्धचरित, सौन्दरानन्द, सारिपुत्तप्रकरण 

• भद्रबाहु - कल्पसूत्र (जैन तीर्थंकरों की जीवनियां) 

• शूद्रक - मृच्छकटिकम् 

• बाणभट्ट - हर्षचरित, कादंबरी 

• मेरुतुंग - प्रबंध चिंतामणि 

• विल्हण - विक्रमांकदेवचरित 

• चंदबरदाई - पृथ्वीराजरासो 

• कबीर - बीजक (साखी, सबद, रमैनी) 

• जयदेव (लक्ष्मणसेन के दरबारी कवि) - गीतगोविंद 

• पतंजलि - महाभाष्य (व्याकरण) 

• भास्कराचार्य द्वितीय - लीलावती (बीजगणित) 

• वाग्भट्ट - अष्टांग संग्रह (आयुर्वेद ग्रंथ) 

• विज्ञानेश्वर - मिताक्षरा (हिंदू कानून) 

• सर्ववर्मा - कातंत्र (संस्कृत व्याकरण) 

• आर्यभट्ट (गणितज्ञ एवं खगोलशास्त्री) - आर्यभटीय  

• मनु (महान/ प्रथम विधि निर्माता) - मनुस्मृति (समाज व्यवस्था) 

• मध्यकाल के प्रसिद्ध विधिवेत्ता -विज्ञानेश्वर, हिमाद्रि, जीमूतवाहन 

पुस्तक 

लेखक 

कर्पूरमंजरी 

राजशेखर 

मालविकाग्निमित्र 

कालिदास 

मुद्राराक्षस 

विशाखदत्त 

सौन्दरानन्द 

अश्वघोष 

लाइफ ऑफ ह्वेन सियांग 

हुइ-ली 

द नेचुरल हिस्ट्री 

प्लिनी द एल्डर 

हिस्टोरीयल फिलिप्पिकल 

पाम्पेइस ट्रोगस 

द हिस्टरीज 

हेरोडोटस 

  

• सबसे प्राचीन वाद्य यंत्र है  

-वीणा 

• कल्हण द्वारा रचित राजतरंगिणी किससे संबंधित है 

-कश्मीर के इतिहास से 

• ‘राजतरंगिणी’ के लेखक कल्हण के समय शासक था  

-जयसिंह 

• कल्हण की राजतरंगिणी को आगे बढ़ाया 

- जोनराज और श्रीवर ने 

• ‘तुम्हारा अधिकार कर्म पर है, फल की प्राप्ति पर नहीं’, उल्लिखित है 

- गीता में 

• ‘जो यहां है वह अन्यत्र भी है, जो यहां नहीं है वह कहीं नहीं है’, यह किस ग्रंथ के बारे में कहा गया है 

-महाभारत 

• प्राचीन भारत का वह ग्रंथ जिसका 15 भारतीय और 40 भाषाओं में अनुवाद हुआ है 

- पंचतंत्र (लेखक - विष्णुशर्मा) 

• ‘हर्षचरित्’ के लेखक कौन हैं? 

-बाणभट्ट 

• नागानंद, रत्नावली एवं प्रियदर्शिका के लेखक थे 

-हर्षवर्धन 

• किस भारतीय गणितज्ञ ने दशमलव स्थानिक मान की खोज की थी 

-आर्यभट्ट ने 

• ‘मत्तविलासप्रहसन’ का लेखक कौन था 

-महेंद्रवर्मन 

• शून्य का आविष्कार किया था 

-किसी अज्ञात भारतीय ने 

• पुराणों के अनुसार चंद्रवंशीय शासकों का मूल स्थान था  

-प्रतिष्ठानपुर 

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