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14. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

13. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द 

अनेक शब्द 

एक शब्द 

जानने की इच्छा  

जिज्ञासा 

जिसके पार देखा जा सके  

पारदर्शक  

जिसके पार देखा न जा सके  

अपारदर्शक  

जिसके समान द्वितीय नहीं है  

अद्वितीय  

जिसके शिखर पर चन्द्र हो  

चन्द्रशेखर  

जिसके दस आनन हैं  

दशानन 

जिसके पाणि में वज्र है  

वज्रपाणि 

जिसके पाणि में वीणा है  

वीणापाणि 

जिसे चार भुजाएं हैं  

शूलपाणि 

जिसकी ग्रीवा सुन्दर हो  

सुग्रीव  

जो भू को धारण करता है  

भूधर  

जिसके चार पद हैं  

चतुष्पद  

जिसका कोई नाथ न हो  

अनाथ 

जिसे वेद में विश्वास नहीं है 

नास्तिक  

जिसे वेद में विश्वास है  

आस्तिक  

सिर पर धारण करने योग्य  

शिरोधार्य  

जिसका कोई शत्रु नहीं जनमा है  

अजातशत्रु 

जिसका जन्म अन्त्य (ओछी) जाति में हुआ हो 

अन्त्यज  

जिसका पति (धव) मर गया है  

विधवा 

जिसका पति जीवित (साथ) है  

सधवा  

अन्डे से जन्म लेने वाला  

अण्डज 

जल में जन्म लेने वाला  

जलज 

जिसका जन्म अग्र (पहले) हुआ हो  

अग्रज 

जिसका जन्म अनु (पीछे) हुआ हो  

अनुज 

जिसका कारण पृथ्वी है अथवा जो पृथ्वी से संबद्ध है 

पार्थिव 

जिसका दूसरा उपाय नहीं है  

अनन्योपाय  

जो सब कुछ जानता है  

सर्वज्ञ 

जिसमें पाप नहीं है  

निष्पाप  

तेजवाला  

तेजस्वी  

जिसने बहुत कुछ देखा या सुना है  

बहुदर्शी  

जो कहा न जा सके  

अकथनीय  

अनुचित बात के लिए आग्रह  

दुराग्रह 

जिसका निवारण नहीं किया जा सके  

अनिवार्य  

जो अल्प (कम) जानता है  

अल्पज्ञ  

जो बहुत जानता है  

बहुज्ञ  

जो कुछ नहीं जानता है  

अज्ञ 

जो नया आया हुआ हो  

नवागन्तुक 

जो भू के गर्भ (भीतर) का हाल जानता हो  

भूगर्भवेत्ता 

जो किये गए उपकारों को नहीं मानता है  

कृतघ्न 

जो बहुत बोलता है  

वाचाल 

जो तीनों कालों को देखता है  

त्रिकालदर्शी 

सब कुछ खानेवाला  

सर्वभक्षी 

जो सबमें व्याप्त है  

सर्वव्यापी  

जो इन्द्रियों (गो) के ज्ञान के अतीत  

गोतीत  

(बाहर) है  

इन्द्रियातीत 

इन्द्रियों को जीतनेवाला  

जितेन्द्रिय  

जो तीनों कालों को जानता है  

त्रिकालदर्शी  

अवश्य होने वाला  

अवश्यम्भावी  

जो युद्ध में स्थिर रहता है  

युधिष्ठिर  

जो कर्तव्य से च्युत हो गया है  

कर्तव्यच्युत 

जो कठिनाई (गुरु) से पचता है  

गुरुपाक  

जो आसानी से पच जाता है  

लघुपाक  

जो विषयों में आसक्त है।  

विषयासक्त  

जो स्त्री सूर्य भी न देख सके  

असूर्यम्पश्या  

विदेश में वास करने वाला  

प्रवासी 

जो बात वर्णन के अतीत (बाहर) है  

वर्णनातीत  

जो दिन में एक बार भोजन करते हैं  

एकाहारी  

जो मृत्यु के समीप हो  

मुमूर्षु 

जो पूर्व (पहले) में था, पर अब नहीं है  

भूतपूर्व  

अतिशय या अति (बढ़ा-चढ़ाकर) उक्ति कहना 

अतिशयोक्ति, अत्युक्ति  

जो स्वयं उत्पन्न हुआ है  

स्वयंभू 

जो आग्रह सत्य हो  

सत्याग्रह 

जो मुकदमा दायर करता  

वादी, मुद्दई  

जो देखने में प्रिय लगता है 

 प्रियदर्शी  

लौटकर आया हुआ  

प्रत्यागत  

परलोक का  

पारलौकिक 

जो चिरकाल तक ठहरे  

चिरस्थायी 

जो चक्र धारण करता है  

चक्रधर 

जो जन्म से अन्धा है  

जन्मान्ध  

जो हाथ से मुक्त (खूब देने वाला)  

मुक्तहस्त  

जो दूसरे से ईर्ष्या करता है  

ईर्ष्यालु 

जो मत्स्य का आहार करता है  

मत्स्याहारी  

जो पिता की हत्या करता है  

पितृहंता  

जो आत्मा की हत्या करता है  

आत्मघाती  

जो प्रिय बोलता है  

प्रियंवद  

जो कोई वस्तु वहन करता है  

वाहक 

बिना वेतन का  

अवैतनिक  

बिना अंकुश का  

निरंकुश  

जो व्याकरण जानता है  

वैयाकरण  

हृदय को विदारण करने वाला  

हृदयविदारक 

समान वय (उम्र) वाला व्यक्ति  

समवयस्क  

बहुत-सी भाषाओं का बोलने वाला  

बहुभाषाभाषी  

बहुत-सी भाषाओं को जानने वाला  

बहुभाषाविद् 

जानने की इच्छा रखने वाला 

 जिज्ञासु 

जो बातें पुस्तक के आरम्भ में कही या लिखी जायें 

भूमिका, प्राक्कथन  

वह पुरुष जिसकी पत्नी साथ है  

सपत्नीक  

पाद (पैर) से मस्तक तक  

आपादमस्तक 

न बहुत शीत और न बहुत उष्ण  

समशीतोष्ण  

पीछे-पीछे गमन करने वाला  

अनुगामी 

दशरथ का पुत्र  

दाशरथि 

पूछने योग्य  

प्रष्टव्य  

सुनने योग्य  

श्रव्य, श्रवणीय  

अपने उच्च आचारों से जो पूत (पवित्र) है  

आचारपूत  

जो अनुकरण करने योग्य हो  

अनुकरणीय  

खून से रंगा या सना  

रक्तरंजित  

दाव (जंगल) का अनल (अग्नि)  

दावानल  

जठर (पेट) का अनल  

जठरानल  

जो सबसे आगे गिनने योग्य है  

अग्रगण्य  

वृष्टि का अभाव  

अनावृष्टि  

अत्यधिक वृष्टि  

अतिवृष्टि 

पुत्र की वधू  

पुत्रवधू 

अनिश्चित वृत्ति (जीविका)  

आकाशवृत्ति 

जिसका मन किसी अन्य (दूसरी) की ओर हो 

अन्यमनस्क 

जहां नदियों का मिलन हो  

संगम  

जो पर्दे में रहे  

पर्दानशीं 

जिसका उदर लम्बा हो  

लम्बोदर 

जो मोक्ष चाहता है  

मुमुक्षु 

जिसकी बुद्धि कुश के अग्र की तरह पैनी हो 

कुशाग् 

कम बोलने वाला  

मितभाषी 

जिसकी आशा न की गई हो  

अप्रत्याशित  

लाभ की इच्छा  

लिप्सा  

खाने की इच्छा  

बुभुक्षा 

उच्चवर्ग के पुरुष के साथ निम्नवर्ग की अनुलोम स्त्री का विवाह  

विवाह 

मेघ की तरह नाद (आवाज) करने वाला  

मेघनाद  

गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी  

अन्तेवासी  

एक ही उदर से जन्म लेने वाला  

सहोदर  

 

 

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मे पूछे गये वाक्यांश के लिए एक शब्द 

SSC JHT2013 

विषय वासना और सांसारिक सम्बंधों से मन का उचट जाना 

- वैराग्य  

जो जानने की इच्छा रखता हो  

-जिज्ञासु 

जंगल की आग  

-बड़वानल 

अनुचित बात के लिए आग्रह  

-दुराग्रह 

जिसका अनुभव किया गया हो  

-अनुभूत 

RO(Pre) 2010 

आधी रात का समय  

-निशीथ 

जिसके पास कुछ न हो  

-अकिंचन 

खाद्य सामग्री जो यात्र के समय रास्ते में उपयोग के लिए दी जाती है  

-पाथेय 

जिसे बुलाया न गया हो  

-अनाहूत 

मोक्ष की इच्छा रखने वाला  

-मुमुक्षु 

रंगमंच के पर्दे के पीछे  

-नेपथ्य 

हवन में जलाने वाली लकड़ी  

-समिधा 

दिशाएं ही जिनका वस्त्र हैं  

-दिगम्बर 

जिसका जन्म कन्या के गर्भ से हुआ हो  

-कानीन 

RO (Mains) 2010 

जिस पुरुष की पत्नी साथ नहीं है  

-विपत्नीक 

जिस पेड़ के पत्ते झड़ गये हों  

-अपर्णा 

तैरने की इच्छा  

-तितीर्षा 

जो स्त्री सूर्य भी न देख सके  

-असूर्यपश्या 

जो युद्ध में रिथर रहता है  

-युधिष्ठिर 

जो हमेशा रहने वाला है  

-शाश्वत 

RO(Special) 2010 

हाथी की पीठ पर रखा जाने वाला आसन  

-हौदा 

जिसे प्रमाण द्वारा सिद्ध न किया जा सके  

-अप्रमेय 

उपनिवेश से सम्बन्ध हो जिसका 

-औपनिवेशिक 

वे प्राणी जो सूर्य का दर्शन न कर पायें  

-असूर्यपश्या 

उत्तराधिकार में प्राप्त सम्पत्ति  

-रिक्थ 

गिरा हुआ  

-पतित 

अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला  

-स्वयं सेवक  

गुरू के समीप रह कर शिक्षा ग्रहण करने वाला  

-अन्तेवासी  

अपना उद्देश्य पूर्ण होने पर संतुष्ट  

-कृतार्थ 

नियम विरूद्ध, असामाजिक कार्य करने वालों की सूची  

-काली सूची 

RO (Special) 2010 

जो किये गये उपकारों को मानता है  

-कृतज्ञ 

पेट की अग्नि  

-जठराग्नि 

बच्चों को सुलाने के लिए गाया जाने वाला गीत  

-लोरी 

जो नभ में चलता है  

-खेचर 

व्याकरण के ज्ञाता  

-वैयाकरण  

बढ़ा-चढ़ा कर कहना  

-अतिशयोक्ति 

UPPCS (Mains) 2010 

जो आँखों से परे है  

-परोक्ष 

जिसे जानने की इच्छा है  

-जिज्ञासा 

पृथ्वी से सम्बद्ध  

-पार्थिव 

जो पूर्व में था, पर अभी नहीं है  

-भूतपूर्व  

जो कठनाई से मिलता है  

-दुलर्भ  

 

UPPCS (Mains) 2009 

संदेश ले जाने वाला  

-संदेशवाहक 

जिसकी गहराई नापी न जा सके  

-अथाह 

नष्ट न होने वाला  

-अनश्वर 

जिस स्त्री का पति जीवित है  

-सधवा 

व्यर्थ खर्चकर डालने वाला  

-अपव्ययी 

UPPCS (Mains) 2007 

जिसके आने की तिथि न हो  

-अतिथि 

जिसे भले-बुरे का ज्ञान न हो  

-अविवेकी 

नीले रंग का कमल  

-नील कमल  

जो अभी-अभी उत्पन्न हुआ हो  

-अद्यःप्रसूत 

UPPCS (Mains) 2005 

जो कुछ नहीं जानता है  

-अज्ञ 

जो गण्ना के अयोग्य हो  

-नगण्य 

मन की बात जानने वाला  

-मर्मज्ञ 

जिसे बुलाया न गया हो  

-अनाहूत 

UP Lower (Mains) 2008 

जो वेतन लिये बिना कार्य करे  

-अवैतनिक  

दूसरे के स्थान पर अस्थाई काम करने वाला  

-स्थानापन्न 

जो कुछ समय के लिए नियुक्त किया गया हो  

-एतदर्थ  

UP Lower (Mains) 2006 

जिसको छोड़ा नहीं जा सकता हो  

-अपरिहार्य 

जो आँखों से सुनता हो  

-चक्षुश्रवा 

जो पेट के बल चलता हो  

-उरग 

UDA/LDA-2010 

खाद्य सामग्री जो यात्र के समय रास्ते में उपयोग के लिए दी जाती है  

-पाथेय 

आधी रात का समय  

-निशीथ 

UPPCS (Mains) 2004 

जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता  

-अकथनीय  

जिसका अन्त कभी न होने वाला हो  

-अनन्त 

जो सबकुछ उदारता से देना जानता हो  

-औदार्यदाता 

जो जरा सा भी खर्च करने में आनाकानी करता है  

-मितव्ययी 


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