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9. शैव, भागवत धर्म

• खजुराहो के मंदिर किनके द्वारा बनवाए गए। 

-चंदेल राजाओं  

• कौन सा मंदिर शिव को समर्पित है। 

-होयसलेश्वर  

• प्राचीन भारत में शैव मंदिर था 

- मत्तमयूर 

• अर्धनारीश्वर मूर्ति में आधा शिव और आधा पार्वती प्रतीक है 

- देव और उसकी शक्ति का योग 

• नयनार थे  

- शैव धर्मानुयायी 

• नयनार संत थे  

-तिरुज्ञान 

• अलवार संत थे  

-पोयगई, पूडम एवं तिरुमंगई 

• भागवत संप्रदाय के विकास में सर्वाधिक योगदान दिया  

- गुप्त 

• प्राचीन भारत के विश्वोत्पत्ति विषयक धारणाओं के अनुसार चार युगों के चक्र का क्रम इस प्रकार है 

- कृत, त्रेता, द्वापर और कलि 

• भागवत धर्म के प्रवर्तक थे  

- कृष्ण 

• ग्रंथ जिसमें सर्वप्रथम देवकी के पुत्र कृष्ण का वर्णन किया गया है 

- छांदोग्य उपनिषद (इसी ग्रंथ में कृष्ण को घोर अंगीरस का शिष्य बताया गया है।) 

• वासुदेव कृष्ण की पूजा सर्वप्रथम आरंभ की 

- भागवतों ने 

• देश में मूर्तिपूजा की नींव रखी  

- बौद्ध धर्म ने 

• किस देवता को कला में हल लिए प्रदर्शित किया गया है  

-बलराम 

• भागवत संप्रदाय में भक्ति के रूपों की संख्या है  

- 9 

• हेलियोडोरस का बेसनगर अभिलेख संदर्भित है  

- केवल वासुदेव से 

• भागवत धर्म से संबंधित प्राचीनतम् अभिलेखीय साक्ष्य मिलता है 

- हेलियोडोरस का बेसनगर अभिलेख 

• भागवत धर्म का ज्ञात सर्वप्रथम अभिलेख साक्ष्य है  

- बेसनगर का गरुड़ स्तंभ 

• बेसनगर अभिलेख का हेलियोडोरस निवासी था   

- तक्षशिला का 

• विष्णु के किस अवतार को सागर से पृथ्वी का उद्धार करते हुए अंकित किया जाता है  

-वाराह 

• प्रसिद्ध नैमिषारण्य तीर्थ स्थित है  

- सीतापुर, उ. प्र. 

• वह प्राचीन स्थल जहां 60,000 मुनियों की सभा में संपूर्ण महाभारत का वाचन किया गया था  

- नैमिषारण्य 

• रामायण के किस कांड में राम और हनुमान की पहली भेंट का वर्णन है 

-किष्किंधा कांड 

• पुरी में ‘रथयात्र’ किसके सम्मान में निकाली जाती है 

-भगवान जगन्नाथ के 

• नासिक में कुंभ मेला किस नदी के तट पर लगता है  

-गोदावरी 

• उज्जैन का कुंभ मेला किस नदी पर आयोजित होता है  

-क्षिप्रा 

धर्म 

संबंधित स्थल 

जैन 

पावापुरी 

इस्लाम 

मदीना 

हिन्दू 

वाराणसी 

ईसाई 

वेटिकन 

  

 दर्शन 

लोकायत 

• ‘जब तक जीवित रहो, सुख से जीवित रहो, चाहे इसके लिए ऋण ही लेना पड़े, क्योंकि शरीर के भस्मीभूत हो जाने पर पुनरागमन नहीं हो सकता’, पुनर्जन्म का निषेध करने वाली यह उक्ति है 

- चार्वाकों की 

• चार्वाक किस दर्शन से संबंधित थे?  

-लोकायत 

• भारतीय षड्दर्शन नहीं है 

-लोकायत और कापालिक 

आजीवक 

• ‘अजीविक’ एक सम्प्रदाय था  

-बुद्ध का समसामयिक 

• बराबर की गुफाओं का उपयोग आश्रयगृह के रूप में किया  

- आजीवकों ने 

• आजीवक संप्रदाय के संस्थापक थे 

- मक्खलिगोसाल 

• जिसने प्रतिपादित किया कि भाग्य ही सबकुछ निर्धारित करता है, मनुष्य असमर्थ होता है, वह है 

- आजीवक 

• संप्रदाय जो नियति की अटलता में विश्वास करता था 

-आजीवक 

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