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4. वैदिक काल

ऋग्वैदिक काल 

स्रोत 

• सबसे पुराना वेद कौन-सा है? 

-ऋग्वेद 

• ‘वेद’ शब्द का अर्थ क्या होता है? 

-ज्ञान 

• वेदों को माना जाता है 

-श्रुति 

• किस वेद में प्राचीन वैदिक युग की सभ्यता के बारे में सूचना दी गई है? 

-ऋग्वेद 

• आर्य शब्द इंगित करता है  

- श्रेष्ठ वंश को 

• आरंभिक वैदिक साहित्य में सर्वाधिक वर्णित नदी है 

- सिंधु 

• अस्किनी की पहचान की जाती है 

- चिनाब नदी से 

• ऋग्वेद में उल्लिखित नदी जिससे आर्यों का संबंध अफगानिस्तान से जुड़ता है 

- कुभा, क्रमु 

• बोगजकोई (एशिया माइनर, तुर्की में स्थित) महत्वपूर्ण है यहां से प्राप्त अभिलेखों में किन वैदिक देवता एवं देवियों का नामोल्लेख प्राप्त होता है। 

-इंद्र, मित्र, वरुण, नासत्य  

• ईरान से भारत में आर्यों के आने की सूचना देता है 

- बोगजकोई अभिलेख 

• आर्यों के आदिदेश के बारे में लिखा 

- बाल गंगाधर तिलक(द आर्कटिक होम इन द वेदाज), 

• तिलक की अन्य पुस्तक 

- गीता रहस्य 

• ऋग्वेद की मूल लिपि थी 

- ब्राह्मी 

• ऋग्वेद के तुल्य ग्रंथ अवेस्ता जिस क्षेत्र से संबंधित है  

- ईरान 

• ऋग्वेद में ऋचाएं हैं  

-1028 

• वैदिक नदी कुभा का स्थान कहां निर्धारित होना चाहिए 

-अफगानिस्तान में 

• वह ब्रह्मवादिनी जिसने कुछ वेद मंत्रें की रचना की थी 

-लोपामुद्रा 

• किस नदी को ऋग्वेद में ‘मातेतमा’ ‘देवीतमा’ एवं ‘नदीतमा’ संबोधित किया गया है 

-सरस्वती 

जनजातीय संघर्ष/राजव्यवस्था 

• आर्य, आर्य-पूर्वो के साथ अपने संघर्षों में सफल रहे, क्यों? 

- क्योंकि उन्होंने घोड़ों द्वारा चलाए जा रहे रथों का प्रयोग किया 

• प्राचीन आर्य नरेश दिवोदास और शाम्बर के मध्य 40 वर्ष तक चलने वाले युद्ध में किसकी हार हुई? 

-किरात 

• वैदिक युग में राजा अपनी जनता से जो कर वसूल करते थे, उसे क्या कहते थे  

-बलि 

• प्रसिद्ध दस राजाओं का युद्ध (दाशराज्ञ) किस नदी तट पर हुआ  

-परुष्णी (रावी नदी) 

• वह जनजाति जो ऋग्वैदिक आर्यों के पंचजन से संबंधित नहीं है  

-किकट 

• ऋग्वेद में युद्धदेवता समझा जाता था  

-इंद्र 

अर्थव्यवस्था 

• प्रारंभिक वैदिक काल किसके लिए उल्लेखनीय था? 

-पशुपालन 

• वैदिक आर्यो का प्रमुख भोजन क्या था? 

-दूध और इसके उत्पाद  

• ऋग्वैदिक काल का निष्क जो गले का आभूषण था, परवर्ती काल में बन गया 

- सिक्का 

• प्राचीन काल में आर्यों के जीविकोपार्जन का मुख्य साधन था 

- शिकार, पशुपालन 

• ऋग्वेद में उल्लिखित यव प्रयुक्त होता था 

- जौ के लिए 

• वैदिक काल में अघन्या कहा गया है 

- गाय को 

• प्राचीन काल में आर्यों के जीविकोपार्जन का मुख्य साधन था 

-शिकार 

• ऋग्वैदिक काल के प्रांरभ में किसे महत्वपूर्ण मूल्यवान संपत्ति समझा जाता था  

-गाय को 

समाज 

• भारत में आर्य सर्वप्रथम कहां आकर बसे? 

-सिंधु घाटी में 

• स्त्रियों की पुरुषों से बराबरी का काल था  

- ऋग्वैदिक काल 

• आरंभिक वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था किस पर आधारित थी? 

-व्यवसाय पर  

• क्लासिकीय अर्थ में आर्य शब्द का अर्थ है 

- एक उत्तम व्यक्ति 

• गोत्र शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम हुआ है  

- ऋग्वेद में 

• किस वैदिक ग्रंथ में ‘वर्ण’ शब्द का सर्वप्रथम नामोल्लेख मिलता है 

- ऋग्वेद में 

• पूर्व वैदिक आर्यों का धर्म प्रमुखतः था  

-प्रकृति पूजा और यज्ञ 

धर्म 

• वेद मंत्रें की रचना करने वाली ब्रह्मवादिनी 

- लोपामुद्रा 

• पूर्व वैदिक आर्यो का सर्वाधिक लोकप्रिय देवता था  

- इन्द्र 

• ऋग्वेद संहिता का नवां मंडल पूर्णतः समर्पित है 

- सोम और इस पेय पर नामकृत देवता 

• ऋग्वैदिक जनता मुख्यतया विश्वास करती थी  

-बलि और कर्मकांड में 

• सर्वाधिक ऋग्वैदिक सूक्त समर्पित है 

- इंद्र को 

• गायत्री मंत्र मिलता है 

- ऋग्वेद में 

• गायत्री मंत्र की रचना किसने की  

-विश्वामित्र ने 

• ऋग्वेद का कौन सा मंडल सोम को समर्पित है 

-नवा 

• धर्म तथा ऋत भारत की प्राचीन वैदिक सभ्यता के एक केंद्रीय विचार को चित्रित करते हैं। जो हैं  

-धर्म व्यक्ति के दायित्वों एवं स्वयं तथा दूसरों के प्रति व्यक्तिगत कर्तव्यों की संकल्पना था 

-ऋत मूलभूत नैतिक विधान था जो सृष्टि और उसमें अंतर्निहित सारे तत्वों के क्रियाकलापों को संचालित करता था 

• पूर्व वैदिक आर्यों का धर्म प्रमुखतः था  

-प्रकृति पूजा और यज्ञ 

• ऋग्वैदिक धर्म था  

-बहुदेववादी 

• इंद्र के पश्चात् ऋग्वेद में सर्वाधिक संख्या में मंत्र समर्पित हैं  

-अग्नि को 

• वैदिक कर्मकांड में होता का संबंध है 

-ऋग्वेद से 

 उत्तर वैदिक काल 

स्रोत 

• भारत में सबसे पुराना लौह युग जुड़ा हुआ है 

-चित्रित धूसर मृद्भांडों के साथ 

• भारत में लोहे के प्राचीनतम् साक्ष्य मिले हैं  

- अतरंजीखेड़ा 

• भारतीय संगीत का उद्गम किसमें खोजा जा सकता है? 

-सामवेद की संहिता में 

• वैदिक गणित का सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रंथ कौन-सा है? 

-शुल्वसूत्र 

• वेद से संलग्न गद्य टिप्पणियां क्या कही जाती हैं? 

-ब्राह्मण 

• त्रयी नाम है  

-तीन वेदों का - ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद (वेदत्रयी) 

• जिस वेद का संकलन ऋग्वेद पर आधारित है 

- सामवेद 

• जिस ग्रंथ में पुरुषमेध का उल्लेख हुआ है 

- शतपथ ब्राह्मण 

• आयुर्वेद अर्थात् जीवन का विज्ञान का उल्लेख सर्वप्रथम मिलता है 

- अथर्ववेद में 

• 800 से 600 ई. पू. का काल जुड़ा है 

- ब्राह्मण युग से 

• सर्ग, प्रतिसर्ग, वंश, मन्वंतर और वंशानुचरित संकेतक हैं 

-पुराणों के 

• पुराणों की संख्या है 

- 18 

• हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन हेतु किस सर्प ने रस्सी के रूप में स्वयं को प्रस्तुत किया 

-वासुकी 

• महाभारत मूलतः किस रूप में जानी जाती है 

-जय संहिता 

• श्रीमद्भागवद्गीता मूलतः लिखी गई 

- संस्कृत में 

• वर्णव्यवस्था से संबंधित ‘पुरुष सूक्त’ मूलतः पाया जाता है 

-ऋग्वेद में 

• वैदिक साहित्य का सही क्रम है 

-वैदिक संहिताएं, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद 

• शतपथ ब्राह्मण में उल्लिखित राजा विदेध माधव से संबंधित ऋषि थे  

-ऋषि गौतम राहुगण 

• छठी शताब्दी ई.पू. से लेकर तीसरी शताब्दी ई.पू. तक का समय कहलाता है 

-सूत्र काल 

• ‘आयुर्वेद’ अर्थात् ‘जीवन का विज्ञान’ का उल्लेख सर्वप्रथम मिलता है 

-अथर्ववेद में 

वेद 

ब्राह्मण 

ऋग्वेद 

ऐतरेय 

सामवेद 

पंचवीश 

अथर्ववेद 

गोपथ 

यजुर्वेद 

शतपथ 

 

वैदिक नदियां 

आधुनिक नाम 

कुभा 

काबुल 

परुष्णी 

रावी 

सदानीरा 

गंडक 

सुतुद्री 

सतलज 

 

राजव्यवस्था 

• उपनिषद काल के राजा अश्वपति शासक थे 

- कैकेय के 

• उत्तर वैदिक काल में आर्य संस्कृति का धुर विरोधी समझा जाता था 

- अंग और मगध को 

• वैदिक युग में प्रचलित लोकप्रिय शासन प्रणाली थी 

- वंश परंपरागत राजतंत्र 

• वैदिकयुगीन सभा थी 

- मंत्रि-परिषद 

• सभा और समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया है  

- अथर्ववेद में 

अर्थव्यवस्था 

• वैदिक लोगों द्वारा किस धातु का प्रयोग पहले किया गया था? 

-लोहा 

• जीविकोपार्जन हेतु वेद-वेदांग पढ़ाने वाला कहलाता था 

- उपाध्याय 

• प्राचीन भारत में ‘निशाका’ से जाने जाते थे 

-स्वर्ण आभूषण 

समाज 

• तीन विदुषियों गार्गी, मैत्रेयी तथा कपिला का घर किस शहर में था? 

-मिथिला  

• अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उद्धृत हुई  

- धर्म-शास्त्र काल 

• किसमें कहा गया है कि पुत्री ही सब दुःखों का कारण है और पुत्र ही परिवार का रक्षक है। 

-ऐतरेय ब्राह्मण 

• संस्कारों की कुल संख्या कितनी है  

-16 

धर्म 

• उत्तर वैदिक काल के वेद विरोधी और ब्राह्मण विरोधी धार्मिक अध्यापकों को किस नाम से जाना जाता था 

-श्रमण 

• अध्यात्म के विषय में यम और नचिकेता का संवाद मिलता है 

- कठोपनिषद में 

• प्रथा-चतुष्टय जो वेदोत्तर काल में प्रचलित हुई  

- ब्रह्मचर्य, गृहस्थाश्रम, वानप्रस्थ, संन्यास 

• मोक्ष की चर्चा मिलती है 

- उपनिषद में 

• उपनिषद पुस्तकें  

- दर्शन से संबंधित हैं 

• यज्ञ संबंधी विधि-विधानों का पता चलता है  

- ब्राह्मण ग्रंथों से 

• हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन हेतु जिस सर्प को रस्सी के रूप में प्रयुक्त किया गया  

- वासुकी 

• सत्यमेव जयते जिस उपनिषद से लिया गया है 

- मुंडकोपनिषद (मुंडक उपनिषद) 

• जिस वेद में जादुई माया और वशीकरण का वर्णन है 

- अथर्ववेद 

• वैदिक संस्कृति की मूल व्यवस्था से संबंधित है  

-सामाजिक-धार्मिक संस्कारों की स्थापना 

-वसुधैव कुटुम्बकम की भावना 

-कुल, वंश, गोत्र एक ही वर्ग के शब्द हैं। 

• किस वेद को अथअंगिरस वेद के नाम से भी जाना जाता है  

-अथर्ववेद 

• ब्रह्मा, विष्णु, महेश अर्थात् त्रिदेव की संकल्पना का उल्लेख सर्वप्रथम मिलता है 

-गोपथ ब्राह्मण में  

• पशुओं और चारागाहों का देवता जिसे बाद में शूद्रों के देवता के रूप में मान्यता मिली  

-पूषण 

• पुनर्जन्म का प्रथम उल्लेख मिलता है  

-वृहदारण्यक उपनिषद 

• किसे देवताओं का पुरोहित माना जाता है 

-बृहस्पति 

• प्रसिद्ध नैमिषारण्य तीर्थ किस जनपद में स्थित है  

-सीतापुर, उत्तर प्रदेश 

ऋग्वेद 

ईश्वर महिमा, स्त्रेत एवं प्रार्थनाएं 

यजुर्वेद 

बलिदान विधि, स्त्रेत एवं कर्मकांड 

सामवेद 

संगीत, संगीतमय स्त्रेत 

अथर्ववेद 

औषधियों से संबंधित, तंत्रमंत्र एवं वशीकरण 


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