top of page
11.  मौर्योत्तर काल

शुंग एवं कण्व 

• मिनान्डर के आक्रमन के समय मगध का शासक था  

-पुष्यमित्र शुंग  

• अंतिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या उसके प्रधान सेनापति ने की, वह है 

-पुष्यमित्र शुंग 

• महाभाष्य के लेखक पतंजलि समसामयिक थे  

-पुष्यमित्रशुंग के 

• शुंग वंश के बाद किस वंश ने भारत पर राज किया  

-कण्व 

• अंतिम शुंग राजा देवभूति की हत्या उसके किस ब्राह्मण मंत्री ने करके राजसिंहासन हथिया लिया  

-वासुदेव कण्व 

• कण्व राजवंश के अंतिम शासक को किसने पद वंचित किया  

-आंध्र 

सातवाहन 

• किसके शासन काल के दौरान प्रसिद्ध अजन्ता गुफाओं में उत्कीर्णन का काम सबसे पहले शुरू किया गया था? 

-सातवाहन  

• किस वंश के शासकों ने ब्राह्मणों तथा बौद्ध-भिक्षुओं को करमुक्त ग्राम देने की प्रथा प्रारम्भ की थी?  

-सातवाहन 

 • सातवाहन अपने सिक्के मुख्यतः किस धातु से बनाते थे? 

-लेड (सीसा)  

• मौर्यों के बाद दक्षिण भारत में सबसे प्रभावशाली राज्य था 

-सातवाहन 

• कौन सा शासक वर्ण व्यवस्था का रक्षक कहा जाता है 

-गौतमीपुत्र शातकर्णी 

• पुराणों के अनुसार चंद्रवंशीय शासकों का मूल स्थान  

- प्रतिष्ठानपुर 

• सिमुक संस्थापक था? 

- सातवाहन वंश का 

• आंध्र सातवाहन राजाओं में सबसे लंबी सूची किस पुराण में मिलती है? 

- मत्स्य पुराण में 

• सातवाहनों की राजधानी अवस्थित थी 

- अमरावती में, इसके अलावे प्रतिष्ठान (पैंठन) में 

• कुषाण फारस की खाड़ी और लाल सागर से होकर व्यापार करते थे। 

• तीसरी शताब्दी में वारंगल प्रसिद्ध था  

- लोहे के यंत्रें/ उपकरणों के लिए 

• भारत में सबसे प्राचीन विहार है  

- भाजा (200 ई.पू.) 

• कल्याण (महाराष्ट्र) और वेंगी (आंध्र प्रदेश) के मध्य स्थित नगर 

- तगर 

• शातकर्णी की उपाधि धारण करने वाला प्रथम शासक था 

-‘श्री’ शातकर्णी 

• गाथा सप्तशती का रचयिता है 

-हाल (यह सातवाहन वंश का 17वां शासक था) 

• नासिक प्रशस्ति का सम्बन्ध है। 

-गौतमीपुत्र शातकर्णी से  

• सातवाहन वंश का अंतिम शासक था   

-यज्ञ श्री शातकर्णी 

• सातवाहन काल का सर्वाधिक प्रसिद्ध बंदरगाह  

-भड़ौच 

स्थान 

प्रदेश 

हम्पी 

कर्नाटक 

नागार्जुनकोंडा 

आंध्रप्रदेश 

शिशुपालगढ़ 

ओडीशा 

अरिकामेडु 

पुडुचेरी 

 

खारवेल 

• प्राचीन कलिंग स्थित था मुख्यतः 

-उत्तर में महानदी और दक्षिण में गोदावरी के बीच  

• प्राचीन काल में खारवेल कहाँ का एक महान शासक था? 

-कलिंग का 

• राजा खारवेल का नाम जुड़ा है  

- हाथीगुंफा लेख के साथ 

• कलिंग नरेश खारवेल संबंधित था 

- चेदि वंश से 

• वह राजा जिसका जैन धर्म के प्रति भारी झुकाव था 

- खारवेल 

• कौन जैन धर्म का संरक्षक था 

-खारवेल 

इंडो-यूनानी 

• भारतीय रंगमंच में यवनिका (पर्दा) का शुभारंभ किसने किया? 

-यूनानियों ने 

• भारत में प्रथम स्वर्ण मुद्राएं किसने चलाई? 

-यूनानी 

• भारत में सर्वप्रथम स्वर्ण मुद्राएं चलाने वाले शासक कौन थे? 

-भारतीय-यूनानी 

• किस हिंद-यवन शासक ने सीसे के सिक्के जारी किए थे 

-स्ट्रैटो II 

• प्राचीन काल में भारत पर हुए आक्रमणकारियों को क्रम  

- यूनानी-शक-पह्लव-कुषाण 

• प्राचीन काल के भारत पर आक्रमणों के संबंध में सही कालानुक्रम है 

-यूनानी-शक-कुषाण 

• ‘मिलिंदपण्हो’ राजा मिलिन्द (मिनान्डर) और एक बौद्ध भिक्षु के मध्य संवाद रूप में है, वह भिक्षु था  

- नागसेन 

• प्राचीन संस्कृत ग्रंथों में प्राप्य ‘यवनप्रिय’ शब्द, द्योतक था 

- काली मिर्च का 

• निम्न में से किस स्थान पर मिनान्डर के सिक्के मिले हैं  

-भड़ौच (गुजरात) 

• रोमक और पोलिश नामक ज्योतिष सिद्धांत किसकी देन है  

-यूनानियों की  

• यूनानी सम्पर्क का भारत पर सर्वाधिक प्रभाव किस क्षेत्र पर दृष्टव्य है  

-ज्योतिष शास्त्र 

• पूर्वी रोमन शासक जस्टिनियन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान किस क्षेत्र में था  

-विधि 

शक 

• भारत में शकों का आगमन माना जाता है 

-पूर्वी ईरान से  

• वह शक शासक जिसे सातवाहन शासक गौतमीपुत्र शातकर्णी ने पराजित किया  

-नहपान 

• ‘काव्य’ शैली का प्राचीनतम् नमूना मिलता है  

- काठियावाड़ा के रुद्रदामन के अभिलेख में 

• बिना बेगार के किसने सुदर्शन झील का जीर्णोंद्धार कराया 

-रुद्रदामन प्रथम 

• किस गुप्त शासक ने अंतिम शक शासक रूद्र सिंह तृतीय को पराजित कर शक साम्राज्य को गुप्त साम्राज्य में मिला लिया  

-चन्द्रगुप्त द्वितीय 

• चीनी भाषा में भारत को कहा जाता था 

-ति-एनचू 

पार्थियन 

• कहा जाता है कि, सेंट थॉमस ईसाई धर्म का प्रचार करने के लिए भारत आए थे। वे किसके शासन काल के दौरान आए थे  

-पार्थियन 

• भारत में पार्थियन या पहलव वंश का पहला शासक था 

-माओज 

• सेन्ट थामस के भारत आगमन के समय भारतीय शासक था  

-गोण्डोफर्नीज  

कुषाण 

• मूर्तिपूजा का आरंभ माना जाता है  

- कुषाण काल से 

• कुषाणकाल में सबसे अधिक विकास किस क्षेत्र में हुआ था?   

-वास्तुकला 

• गांधार कला किस काल में विकसित हुई थी?  

-कुषाण काल में 

• चित्रकला की गांधार शैली का सूत्रपात किसके द्वारा किया गया था?  

-महायान सम्प्रदाय 

• कुषाण काल के दौरान मूर्तिकला की गांधार शैली किसका मिश्रण है ? 

-भारत-ग्रीक (यूनान) शैली का  

• भारत में सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी करने वाले कौन थे  

-कुषाण  

• तक्षशिला के प्रसिद्ध स्थल के रूप में होने का क्या कारण था? 

-गान्धार कला 

• विद्या की सबसे पुरानी पीठ कौन-सी है  

-तक्षशिला  

• भारतीय और यूनानी कला के अभिलक्षणों को समन्वित करने वाली कला शैली का क्या नाम है 

-गांधार 

• भारत का राष्ट्रीय पंचांग किस काल पर आधारित है? 

-शक काल 

• यूनानी-रोमन कला को कहां स्थान प्राप्त हुआ है? 

-गांधार 

• किस संग्रहालय में कुषाण की मूर्तिया का संग्रह अधिक मात्रा में है? 

-मथुरा संग्रहालय 

• कुषाणों का संबंध माना जाता है 

-यू-ची कबीले से  

• किस कुषाण शासक के शासक काल में कुषाण सत्ता का केन्द्र पुरुषपुर से मथुरा बना  

-हुविष्क 

• सर्वप्रथम बुद्ध की मूर्तियों का निर्माण किस शैली में हुआ था  

-मथुरा शैली 

• गांधार शैली की मूर्तिकला में बुद्ध का सारनाथ में हुए प्रथम धर्मोपदेश से संबद्ध प्रवचन मुद्रा का नाम है  

- धर्मचक्र 

• उत्तरी तथा उत्तरी-पश्चिमी भारत में सर्वाधिक संख्या में तांबे के सिक्कों को जारी किया 

- कुषाणों ने 

• प्राचीन भारत में नियमित रूप से सोने के सिक्के चलाए  

- कुषाणों ने 

• जिसे सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी करने का श्रेय मिला है 

- विम कडफिसस 

• किसने भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन नियमित उपयोग के लिए किया था 

-विम कडफिसस 

कनिष्क 

• कनिष्क के समकालीन उसके दरबार से संबंधित थे  

- अश्वघोष, वसुमित्र, चरक, नागार्जुन, पार्श्व 

• किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? 

-कनिष्क को 

• वह महानतम् कुषाण नेता कौन था, जो बौद्ध बन गया था? 

-कनिष्क 

• ‘चरक’ किस राजा के दरबार में प्रसिद्ध चिकित्सक (आयुर्वेदाचार्य) थे ? 

-कनिष्क  

• कनिष्क की राजधानी कहां थी? 

-लालगिन या लालबेग 

• कला की गांधार शैली किसके शासन काल में पनपी थी? 

-कनिष्क  

• कनिष्क के शासन काल में रहने वाले साहित्यकार कौन थे  

-वसुमित्र और अश्वघोष  

• भारत सरकार द्वारा प्रयोग में आने वाला शक-संवत् किसने प्रारम्भ किया था? 

-कनिष्क 

• भारतीयों के लिए महान् ‘सिल्क मार्ग’ किसने आरम्भ कराया? 

-कनिष्क 

• कनिष्क की राजधानी कहाँ थी ? 

-पुरूषपुर  

• चीनी जनरल जिसने कनिष्क को हराया  

- पान चाऊ 

• वह वंश जिसके साम्राज्य की सीमा भारत के बाहर तक फैली थीं 

- कुषाण वंश 

• कला की गंधार शैली जिसके समय में फली-फूली 

- कुषाणों के समय 

• अफगानिस्तान का बामियान प्रसिद्ध था  

- बुद्ध प्रतिमा के लिए 

• जो कला शैली भारतीय और यूनानी आकृति का मिश्रण है  

- गांधार 

• गांधार कला शैली एक संश्लेषण है 

-भारतीय तथा यूनानी कला का 

• मूर्तिकला जिसमें सदैव हरित स्तरित चट्टान (शिस्ट) का प्रयोग माध्यम के रूप में होता था   

- गांधार मूर्ति कला 

• बुद्ध का अंकन जिसके सिक्कों पर हुआ 

- कनिष्क 

• गांधार चित्रकला के प्रमुख संरक्षक कौन थे? 

-शक एवं कुषाण  

• कनिष्क के सारनाथ बौद्ध प्रतिमा अभिलेख की तिथि क्या है  

-81 ई. 

• कुषाण शासक कनिष्क का राज्याभिषेक किस सन में हुआ 

-78 ए.डी. 

• किस नगर का उल्लेख कनिष्क के रबतक अभिलेख में नहीं है  

-श्रावस्ती 

• किस आयार्वेदाचार्य ने तक्षशिला में शिक्षा प्राप्त की थी  

-चरक और जीवक 

• प्राचीन नगर तक्षशिला किनके बीच स्थित था 

-सिंधु तथा झेलम 

कैलेंडर 

• शक संवत् किसने और कब शुरू किया था ? 

-कनिष्क ने, 78 ईस्वी में  

• विक्रम एवं शक संवतों में कितना अंतर (वर्षों में) है 

-135 वर्ष 

• शक संवत पर आधारित राष्ट्रीय पंचांग (कैलेंडर) का 1 चैत्र, ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित 365 दिन के सामान्य वर्ष की तिथियों में किस एक के तद्नुरूप है  

-22 मार्च (अथवा 21 मार्च) 

• विक्रम संवत कब से प्रारंभ हुआ  

-57 ई.पू. 

• कौन-सा वर्ष दिसंबर, 2009 में शक संवत का वर्ष होगा 

-1931 

यौधेय 

• यौधेय सिक्कों पर किस देवता का अंकन मिलता है  

-कार्तिकेय 

bottom of page